परमार्थ का संधि विच्छेद क्या होगा? Parmarth Ka Sandhi Vichchhed
- परमा + र्थ
- परम: + अर्थ
- परम + अर्थ
- परमा + अर्थ
उत्तर: परम + अर्थ, इन चरो विकल्पो मे से विकल्प (c) सही है।
- परमार्थ का संधि विच्छेद “परम + अर्थ” होता है। इनके अलावा बाकी तीनों विकल्प गलत है।
- ओर साथ ही इस शब्द की संधि मे खासकर दीर्घ संधि का इस्तेमाल हुआ है।
- बनाने का नियम: अगर किसी भी शब्द की संधि करते वक्त (अ, आ) के साथ (अ, आ) हो तो फिर यह (आ) मे परिवर्तन हो जाता है। उसी प्रकार जब किसी शब्द मे अगर (इ, ई) के साथ मे (इ, ई) हो तो फिर यह (ई) मे परिवर्तन होता है। ओर अगर जब किसी शब्द मे (उ, ऊ) के साथ मे (उ, ऊ) तो फिर यह (ऊ) मे में बदल जाता है।
दीर्घ संधि के उदाहरण:
- पुस्तक + आलय = पुस्तकालय (अ + आ = आ)
- कवि + ईश्वर = कवीश्वर (इ + ई = ई)
- वधु + उत्सव = वधूत्सव (उ + उ = ऊ)
- यहा पर इन तीनों उदाहरण मे अलग अलग नियम को लगाया है। पहले मे (अ + आ = आ), दूसरे मे (इ + ई = ई) ओर तीसरे मे (उ + उ = ऊ) का नियम लगा हुआ है। ओर ये तीनों उदाहरण दीर्घ स्वर संधि के ही उदाहरण है।